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बुलंदी पर है विक्की कौशल का जोश

बुलंदी पर है विक्की कौशल का जोश
Image Credit - Vicky Kausal Official Facebook

एक्शन डायरेक्टर शाम कौशल के बेटे विक्की कौशल ने जब इंजीनियरिंग करने के बाद फ़िल्मी दुनिया में अपना करियर बनाने की सोची, तब उन्हें यह बात अच्छी तरह मालूम थी कि यह सफ़र आसन बिलकुल न होगा... लेकिन हर मुश्किल का सामना करने को तैयार विक्की पूरे जोश के साथ मैदान में उतर पड़े.

अपने करियर की शुरुआत उन्होंने अनुराग कश्यप को “गैंग्स ऑफ़ वासेपुर” में असिस्ट करके की. उसके बाद उच्च छोटे मोटे रोल करते हुए उन्हें बड़ा ब्रेक मिला फिल्म मसान (2015) से. यह फिल्म काफी पसंद की गई और इसके लिए उन्हें आईफा तथा स्क्रीन अवार्ड्स में “बेस्ट मेल डेब्यू” का पुरस्कार मिला. सन 2015 में आई फिल्म जुबान में भी उन्हें खूब सराहा गया. इसके बाद वे अनुराग कश्यप की साइको थ्रिलर रमण राघव 2.0 (2016) में एक दिशाहीन इंस्पेक्टर की भूमिका में नज़र आये. इस भूमिका में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी के समकक्ष उन्हें काफी सराहना मिला. इसके बाद करियर के लिहाज से सन 2018 विक्की के लिए काफी महत्त्वपूर्ण रहा. इस साल रिलीज़ हुई फिल्मों “राज़ी” तथा “संजू” में वे सहायक भूमिका में थे. “संजू” के लिए उन्हें “बेस्ट सप्पोर्टिंग एक्टर” का फिल्मफेयर अवार्ड मिला. स्ट्रीमिंग चैनेल नेटफ्लिक्स पर वे अपनी फिल्मों “लव पर स्क्वायर फुट” तथा “लस्ट स्टोरीज़” के ज़रिये छाए रहे. सन 2019 में आई उनकी फिल्म “उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक” में उनके शानदार अभिनय ने उन्हें सफलता के आसमान पर बिठा दिया. 2016 के उरी हमलों से प्रेरित इस फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ. सन 2020 में आई उनकी फिल्म “भूत – पार्ट 1” भले ही आलोचकों द्वारा उतनी न पसंद की गई हो, लेकिन विक्की कौशल के अभिनय की खूब सराहना हुई.

 

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बचपन में विक्की कौशल एक सामान्य छात्र की तरह थे जो बड़ा होकर नौकरी करना चाहता था. लेकिन जब उन्होंने एक्टिंग को करियर के रूप में चुना तो अपने आप को पूरी तरह उसमें झोंक दिया. फिल्म “मसान” के लिए उन्होंने काफी वक़्त बनारस की गलियों में बिताया. “जुबान” के हकलाते युवक की भूमिका को निभाने के लिए उन्होंने कई स्पीच थेरेपिस्ट तथा उनके मरीजों के साथ वक़्त बिताया. “रमण राघव 2.0” के चरित्र को आत्मसात करने के लिए उन्होंने खुद को 5 दिनों के लिए एक कमरे में बंद कर लिया और स्क्रिप्ट की कुछ लाइने बार बार दोहराते रहे. फिल्म “उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक” के लिए वे 5 महीने तक कीटोजेनिक डाइट पर रहे और कठिन मिलिट्री ट्रेनिंग की.

अभिनय के प्रति उनके इसी जज्बे का असर है कि वे “टाइम्स ऑफ़ इंडिया” के सन 2018 के “मोस्ट डीज़ायरेबल मेन” की सूची में शामिल हुए. फोर्ब्स इंडिया ने भी उसी साल उन्हें अपनी “थर्टी अंडर थर्टी” की सूची में शामिल किया. सन 2019 में वे फोर्ब्स की ही सेलेब्रिटी 100 सूची में शामिल हुए.

 


 

ऐसा नहीं है कि विक्की कौशल केवल फिल्मों से ही जुड़े हैं. वे अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारियाँ को लेकर भी काफी सक्रीय रहते हैं. ट्विटर पर अपने फैन्स के साथ बाते हो या कोई सामाजिक मुद्दा, वे काफी मुखर रहते हैं. कोरोना वायरस महामारी के दौरान विक्की ने पीएम केयर्स फण्ड तथा महाराष्ट्र सरकार मुख्य मंत्री राहत कोष में 1 करोड़ रुपये दान में दिए.

यही कारण है कि विक्की कौशल के प्रशंसक उन्हें केवल बतौर अभिनेता ही नहीं, बल्कि एक इंसान के तौर भी बेहद चाहते हैं.

आपको जन्मदिन कि ढेर सारी शुभकामनाएँ विक्की! आप सफलता के नए मुकाम हासिल करें.

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1 Comments

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    Aadi Gusain

    Nyc Post